Concept Concrete pictorial abstract (CCPA ) Approach Of Teaching | अवधारणा ठोस सचित्र सार दृष्टिकोण :-
यह शिक्षण की बहुत ही महत्वपूर्ण दृष्टिकोण अथवा विधि है। CCPA दृष्टिकोण सीखने की एक प्रणाली है जो अमूर्त विषयों के बारे में बच्चों की समझ को विकसित करने के लिए भौतिक एवं दृश्य(Visual) सहायक सामग्री का उपयोग करती है । विद्यार्थियों के लिए मुहूर्त या तो एस वस्तुएं जैसे फल, ब्लॉक आदि के उपयोग के द्वारा एक नई गणित की अवधारणा से परिचित कराया जाता है। जब भी इन भौतिक या विजुअल सहायता से समस्याओं को हल करने में सहज हो जाते हैं तो इसके पश्चात उन्हें चित्रों के द्वारा समस्याएं हल करने के लिए दी जाती हैं । इसकी पश्चात विद्यार्थियों के लिए ऐसी समस्याओं को हल करने के लिए कहा जाता है जहां उनके पास केवल अमूर्त यानी प्रतीक अथवा संख्याएं होती हैं । CCPA के इन चरणों का निर्माण करने से विद्यार्थियों को संख्याओं और वास्तविक दुनिया के बीच संबंध को अच्छी तरह से समझने में काफी मदद मिलती है । यह विधि अवधारणाओं को गहराई से समझने में मदद करती है। यह विधि गणितीय अवधारणा को समझने के लिए काफी महत्वपूर्ण है ।
इस विधि के मुख्य चरण इस प्रकार हैं।
1.Concept (अबधारणा)
2.Concrete(ठोस/मूर्त )
3.Pictorial (चित्रात्मक )
4.Abstract( अमूर्त )
1.Concept (अबधारणा):-
इस प्रथम चरण में विद्यार्थियों के लिए अवधारणा को स्पष्ट किया जाता है।
2.Concrete(ठोस/मूर्त ):-
इस स्टेज में बच्चे वास्तविक वस्तुओं का उपयोग करके अवधारणा को समझते हैं, इससे बच्चों को अमूर्त गणित या अवधारणा या विचारों को ठोस/मूर्त अनुभवों के माध्यम से समझने में मदद करता है।
3.Pictorial (चित्रात्मक ):-
इस चरण में बच्चे चित्र या आरेखों का उपयोग करके उन अवधारणाओं को सीखते हैं, जो उन्होंने द्वितीय चरण या मूर्त चरण में सीखी थी। इस चरण में बच्चे अमूर्त सोच की ओर अग्रसर होते हैं।
4.Abstract( अमूर्त ):-
इस चरण में बच्चे अमूर्त गणित की शब्दावली जैसे की संकेत सूत्र या संख्याएं इनका उपयोग करके बच्चे अवधारणाओं को समझते हैं । यह स्टेज बच्चों को अवधारणाओं को ठोस या चित्रात्मक अनुभव के बिना समझने की क्षमता प्रदान करते हैं ।
CCPA विधि के लाभ:-
1.समझ का विकास:- बच्चे अवधारणा,मूर्त/ठोस,चित्रात्मक और अमूर्त चरणों के माध्यम से अवधारणाओं को काफी अच्छे से समझ पाते हैं।
2. दृश्य सामग्री:- चित्रात्मक एवं ठोस चरणों से अवधारणा को छूने एवं देखने से अनुभव मिलता है। जिससे सीखना और भी अधिक सार्थक हो जाता है।
3. लचीलापन:-CCPA शिक्षण पद्धति समस्त प्रकार के विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त मानी गई है चाहे उनकी सीखने की गति कोई भी हो।
4.उन्नति:- इस विधि से बच्चों की समझ और उनके आत्मविश्वास में वृद्धि होती है, क्योंकि बच्चे धीरे-धीरे ठोस या मूर्ति से अमूर्त चरण की ओर बढ़ते हैं।
CCPA दृष्टिकोण शिक्षक के लिए एक अत्यधिक प्रभावित दृष्टिकोण है जो विद्यार्थियों में गणित के प्रति गहरी और स्थाई समझ को विकसित करता है। इस पद्धति का प्रमुख उद्देश्य बच्चों को स्वायत्त एवं आत्मविश्वासी बनाना है जिससे वह जटिल अवधारणा को भी आसानी से समझ सकें और उन्हें वास्तविक जीवन में लागू कर सकें।
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