अध्याय 4 रासायनिक आबंधन एवं आणविक संरचना में विभिन्न रासायनिक बंधो और उनकी संरचना का अध्ययन किया गया है। रासायनिक बंध उन बलों को कहते हैं, जो परमाणुओं को एक साथ बांधते हैं। मुख्यतः दो प्रकार के बंध होते हैं: आयनिक बंध, जिसमें इलेक्ट्रॉनों का स्थानांतरण होता है, और सहसंयोजक बंध, जिसमें इलेक्ट्रॉनों का साझाकरण होता है। इस अध्याय में बंधो की प्रकृति, जैसे ध्रुवीय और अध्रुवीय सहसंयोजक बंधन, लुईस संरचना और VSEPR सिद्धांत का वर्णन किया गया है, जो अणुओं की त्रिविमीय संरचना को समझने में मदद करता है।
अध्याय 4 रासायनिक आबंध एवं आणविक संरचना
महत्वपूर्ण प्रश्न
प्रश्न:- 1. अष्टक नियम को समझाइए एवं इसके महत्व को लिखिए
प्रश्न:-2 सिग्मा तथा पाई बंध में अंतर लिखिए
प्रश्न:-3 संकरण किसे कहते हैं
प्रश्न:-4 हाइड्रोजन बंध क्या है एवं इसके गुण लिखिए।
प्रश्न:-5 आबन्धी एवं प्रति आवन्धी आणविक कक्षको में अंतर लिखिए?
प्रश्न:-6 VSEPR सिद्धांत क्या है इसके प्रमुख बिंदु लिखिए?
प्रश्न:-7 Sp3 संकरण को उदाहरण सहित समझाइए
प्रश्न:-8 आधुनिक आवर्त सारणी की प्रमुख विशेषताएं लिखिए।
प्रश्न:-9 आणविक कक्षक सिद्धांत की मुख्य परिकल्पनाओं को लिखिए।
प्रश्न:-10 संयोजकता बंध सिद्धांत की प्रमुख अवधारणाओ को लिखिए।