अध्याय 3 "तत्वों का वर्गीकरण और गुणधर्मों में आवर्तिता" में रासायनिक तत्वों को उनके गुणधर्मों के आधार पर वर्गीकृत करने की प्रक्रिया को समझाया गया है। इसमें आवर्त सारणी (Periodic Table) का महत्व और उसका विकास वर्णित किया गया है। मेण्डलीफ ने तत्वों को उनके परमाणु द्रव्यमान के अनुसार वर्गीकृत किया, जिससे उनके गुणधर्मों में एक आवर्तिता (दोहराव) देखी गई। आधुनिक आवर्त सारणी में तत्वों को उनके परमाणु क्रमांक के आधार पर व्यवस्थित किया जाता है। इस अध्याय में तत्वों के भौतिक और रासायनिक गुणधर्मों का अध्ययन भी किया गया ह
अध्याय 3 तत्वों का वर्गीकरण और गुणधर्मों में आवर्तिता।
प्रश्न:-1 निम्न पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
परिरक्षण प्रभाव, संक्रमण तत्त्व, संयोजी कोश एवं संयोजी इलेक्ट्रॉन
प्रश्न:-2 इलेक्ट्रॉन बंधुता को समझाइए।
प्रश्न:-3 संक्रमण तत्व किसे कहते हैं? उनकी विशेषताएं लिखिए।
प्रश्न:-4 आयनन ऊर्जा (एथेल्पी) या आयनन विभव क्या है? इसको प्रभावित करने वाले कारक लिखिए।
प्रश्न:-5 d एवं f ब्लॉक के तत्वों से आप क्या समझते हैं उनके सामान्य गुण लिखिए?
प्रश्न:-6 s एवं p ब्लॉक के तत्वों में अंतर लिखिए?
प्रश्न:-7 किसी तत्व की विद्युत ऋणात्मकता से आप क्या समझते हैं।
प्रश्न:-8 आधुनिक आवर्त सारणी की विशेषताएं लिखिए।
प्रश्न:-9 मंडलीफ की आवर्त सारणी के उपयोग लिखिए।