रासायनिक बलगतिकी रसायन विज्ञान की वह शाखा है, जो रासायनिक अभिक्रियाओं की दर और उन पर प्रभाव डालने वाले कारकों का अध्ययन करती है। इसमें यह देखा जाता है कि अभिक्रियाएं कितनी तेजी से होती हैं और किन परिस्थितियों में उनकी गति को बदला जा सकता है। प्रमुख कारकों में तापमान, अभिकारकों की सांद्रता, उत्प्रेरक, और सक्रियण ऊर्जा शामिल हैं। तापमान और उत्प्रेरक की उपस्थिति में अभिक्रिया की गति बढ़ती है। रासायनिक बलगतिकी का अध्ययन औद्योगिक प्रक्रियाओं और दैनिक जीवन में रासायनिक अभिक्रियाओं को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
महत्वपूर्ण प्रश्नप्रश्न 1.रासायनिक अभिक्रिया की दर की परिभाषा लिखिए ?(2024)
प्रश्न 2. तात्क्षणिक दर किसे कहते है?
प्रश्न 3. तीव्र अभिक्रिया किसे कहते है?
प्रश्न 4. अभिक्रिया का अर्द्ध आयुकाल किसे कहते है?
प्रश्न 5. शून्य कोटि की अभिक्रिया का उदाहरण दीजिए.
प्रश्न 6. वेग निर्धारक पद क्या होता है?
प्रश्न 7.अर्हीनियस समीकरण क्या है? इसकी उपयोगिता समझाइये
प्रश्न 8.. सक्रियण उर्जा एव देहली उर्जा में अंतर बताइये?
प्रश्न 9.अभिक्रिया की आण्विकता और अभिक्रिया की कोटी में अंतर लिखिए?(2023)
प्रश्न 10.अभिक्रिया की दर एवं अभिक्रिया दर स्थिरांक में अंतर लिखिए?(2023)
प्रश्न 11.अभिक्रिया की कोटी एवं अभिक्रिया की आण्विकता को उदाहरण सहित समझाइए?
प्रश्न 12.अभिक्रिया की दर क्या है? अभिक्रिया की दर को प्रभावित करने वाले कारकों को लिखिए?
प्रश्न 13.अभिक्रिया का अर्ध आयु काल क्या है?(2020) प्रथम कोटि की अभिक्रिया के अर्ध आयु काल की गणना कीजिए।
प्रश्न 14.अभिक्रिया की कोटी से आप क्या समझते हैं?(2023) शून्य कोटि, प्रथम कोटि एवं द्वितीय कोटि की अभिक्रिया के लिए दर स्थिरांक के का मात्रक लिखिए।