🌿 मेरा मध्यप्रदेश – राज्य गीत
लेखक: महेश श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार
वर्ष: अक्टूबर 2010
यह गीत श्री महेश श्रीवास्तव द्वारा रचित है जिन्हें मध्यप्रदेश सरकार ने विशेष रूप से गीत लेखन हेतु आमंत्रित किया था। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे पहली बार सुनकर तुरंत स्वीकार कर लिया और अक्टूबर 2010 में इसे आधिकारिक राज्य गीत घोषित किया गया।
सुख का दाता, सब का साथी, शुभ का यह संदेश है,
माँ की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है।
विंध्याचल सा भाल, नर्मदा का जल जिसके पास है,
यहाँ ज्ञान, विज्ञान, कला का लिखा गया इतिहास है।
उर्वर भूमि, सघन वन, रत्न-सम्पदा जहाँ अशेष है,
स्वर, सौरभ, सुषमा से मंडित, मेरा मध्यप्रदेश है।
सुख का दाता, सब का साथी, शुभ का यह संदेश है,
माँ की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है।
चंबल की कल-कल से गुंजित कथा तान बलिदान की,
खजुराहो में कथा कला की, चित्रकूट में राम की।
भीमबेटका आदिकला का पत्थर पर अभिषेक है,
अमृत कुंड अमरकंटक में, ऐसा मध्यप्रदेश है।
क्षिप्रा में अमृत घट छलका, मिला कृष्ण को ज्ञान यहाँ,
महाकाल को तिलक लगाने मिला हमें वरदान यहाँ।
कविता, न्याय, वीरता, गायन — सब कुछ यहाँ विशेष है,
ह्रदय देश का है यह, मैं इसका, मेरा मध्यप्रदेश है।
सुख का दाता, सब का साथी, शुभ का यह संदेश है,
माँ की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है।
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