कक्षा 11 – कार्बनिक रसायन: कुछ आधारभूत सिद्धांत एवं तकनीकें (Fill in the Blanks)
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- कार्बनिक यौगिकों का अध्ययन ______ रसायन कहलाता है।
- सबसे पहला कृत्रिम कार्बनिक यौगिक ______ था।
- वोलर ने ______ से यूरिया का संश्लेषण किया था।
- Catenation गुणधर्म मुख्यतः ______ में पाया जाता है।
- अल्केन का सामान्य सूत्र ______ होता है।
- अल्कीन का सामान्य सूत्र ______ होता है।
- अल्काइन का सामान्य सूत्र ______ होता है।
- बेंजीन एक ______ यौगिक का उदाहरण है।
- समान संरचना लेकिन भिन्न आणविक सूत्र वाले यौगिकों को ______ कहते हैं।
- संरचनात्मक समावयवता में यौगिकों का ______ अलग होता है।
- स्टीरियोसमावयवता में यौगिकों का ______ समान लेकिन स्थानिक व्यवस्था भिन्न होती है।
- चिरल यौगिकों में कम से कम एक ______ कार्बन होना आवश्यक है।
- इंडक्टिव प्रभाव का प्रतीक ______ होता है।
- मेसोमेरिक प्रभाव को संक्षेप में ______ प्रभाव कहते हैं।
- हाइपरकंजुगेशन को ______ प्रभाव भी कहते हैं।
- कार्बोकैटायन पर ______ प्रभाव अधिक स्थायित्व प्रदान करता है।
- फ्री रेडिकल में ______ इलेक्ट्रॉन पाए जाते हैं।
- SN1 अभिक्रिया का दर निर्धारण चरण ______ का निर्माण है।
- SN2 अभिक्रिया में तंत्र ______ होता है।
- एल्डिहाइड समूह का सूत्र ______ होता है।
- कार्बोक्सिलिक अम्ल का सामान्य सूत्र ______ होता है।
- नाइट्रो समूह का सूत्र ______ है।
- ऐल्कोहॉल समूह को ______ समूह भी कहा जाता है।
- एथेनॉल का आणविक सूत्र ______ है।
- कार्बनिक यौगिकों में उपस्थित तत्वों की पहचान करने की विधि को _______ कहते हैं।
- कार्बनिक यौगिक में कार्बन और हाइड्रोजन का पता लगाने के लिए _______ परीक्षण किया जाता है।
- नाइट्रोजन की पहचान के लिए लैसाइन्ज़ घोल में _______ विलयन मिलाकर हरी या नीली रंग की उपस्थिति देखी जाती है।
- हैलोजन की उपस्थिति के लिए लैसाइन्ज़ घोल में _______ अम्ल डालकर परीक्षण किया जाता है।
- सल्फर की पहचान के लिए लैसाइन्ज़ घोल में _______ मिलाने पर काला अवक्षेप प्राप्त होता है।
- ऑक्सीजन की उपस्थिति का पता लगाने के लिए _______ विधि का प्रयोग किया जाता है।
- कार्बनिक यौगिक में नाइट्रोजन की मात्रात्मक पहचान के लिए _______ पद्धति का प्रयोग किया जाता है।
- कार्बन और हाइड्रोजन का मात्रात्मक विश्लेषण _______ द्वारा किया जाता है।
- कार्बनिक यौगिकों का आणविक द्रव्यमान ज्ञात करने हेतु _______ का प्रयोग किया जाता है।
- समान अनुभव सूत्र वाले यौगिकों को _______ कहते हैं।
- संरचनात्मक समावयवता का एक प्रकार है _______।
- स्थानिक विन्यास (Spatial arrangement) से उत्पन्न समावयवता को _______ कहते हैं।
- ज्यामितीय समावयवता का उदाहरण _______ है।
- ऑप्टिकल समावयवता का कारण अणु में _______ का होना है।
- SN1 प्रतिक्रिया में दर निर्धारण चरण _______ होता है।
- SN2 प्रतिक्रिया में प्रतिक्रिया तंत्र _______ का होता है।
- इलेक्ट्रोफाइल वे कण हैं जो _______ ग्रहण करते हैं।
- न्यूक्लियोफाइल वे कण हैं जिनके पास _______ होते हैं।
- कार्बनिक रसायन में अभिक्रियाओं का वर्गीकरण सामान्यतः _______ के आधार पर किया जाता है।
- अवशोषण स्पेक्ट्रोस्कोपी में IR तकनीक का उपयोग _______ की पहचान हेतु किया जाता है।
- NMR स्पेक्ट्रोस्कोपी में रासायनिक शिफ्ट को _______ इकाई में मापा जाता है।
- क्रोमैटोग्राफी का उपयोग कार्बनिक यौगिकों के _______ के लिए किया जाता है।
- गैस क्रोमैटोग्राफी मुख्यतः _______ यौगिकों के लिए उपयुक्त होती है।
- कॉलम क्रोमैटोग्राफी में स्थिर अवस्था सामान्यतः _______ होती है।
- कार्बनिक यौगिकों की शुद्धता की जाँच के लिए सामान्यतः _______ का उपयोग किया जाता है।