MPTET Varg 3 notification in Hindi | शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग 3 |MPTET Varg 3 notification in Hindi | शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग 3 | प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2024 । ।

MP TET 2024| 

म.प्र. शासन, स्कूल शिक्षा विभाग एवं म.प्र. शासन, जनजातीय कार्य विभाग द्वारा प्राथमिक शिक्षक के लिए संयुक्त पात्रता परीक्षा 2024

मध्य प्रदेश प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (MPTET) 2024 की तारीखें जारी कर दी गई हैं। यह परीक्षा 10 नवंबर 2024 को आयोजित की जाएगी, जो कि दो शिफ्टों में होगी: पहली शिफ्ट सुबह 9 बजे से 11:30 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 2:30 बजे से शाम 5 बजे तक

ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने की तिथि 01.10.2024 से 15.10.2024 तक

परीक्षा पद्धति ---ऑनलाइन

परीक्षा तिथि:--10 नवम्बर

MPTET Varg 3 notification in Hindi | शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग 3 |

परीक्षा पैटर्न: इस परीक्षा में कुल 150 प्रश्न होंगे, जो पाँच विषयों पर आधारित होंगे: बाल विकास और शिक्षाशास्त्र, भाषा 1, भाषा 2, गणित, और पर्यावरण अध्ययन। हर विषय के 30 अंक होंगे।

परीक्षा शहर: बालाघाट, भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, खण्डवा, नीमच

रतलाम, रीवा, सागर, सतना, सीधी एवं उज्जैन

योग्यता :--

कम से कम 50% अंकों के साथ हायर सेकेंडरी अथवा इसके समकक्ष तथा प्रारंभिक शिक्षा में 2 वर्ष का डिप्लोमा या

उसके समक्ष अथवा  कम से कम 45% अंकों के साथ हायर सेकेंडरी अथवा इसके समकक्ष तथा राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (मान्यता, मानक और क्रियाविधि)  विनियम 2002 के अनुसार प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र में 2 वर्ष का डिप्लोमा अथवा  कम से कम 50% अंकों के साथ हायर सेकेंडरी अथवा इसके समकक्ष तथा प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र में 4 वर्षीय स्नातक उपाधि( बी.एल.एड.अथवा  कम से कम 50% अंकों के साथ हायर सेकेंडरी अथवा इसके समकक्ष तथा शिक्षा शास्त्र( विशेष शिक्षा) में दो वर्षीय डिप्लोमा अथवा  स्नातक उपाधि तथा प्रारंभिक शिक्षा में दो वर्षीय डिप्लोमा अथवा इसके समकक्ष

परीक्षा शुल्क *

  • अनारक्षित अभ्यर्थियों के लिए —500/-
  • केवल मध्यप्रदेश के मूल निवासी अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग/ई.डब्ल्यू.एस. एवं दिव्यांगजन अभ्यर्थियों के लिए रु. 250/-
  • ऑनलाइन आवेदन कियोस्क के माध्यम से ऑनलाइन भरने वाले अभ्यर्थियों हेतु एम.पी. ऑनलाइन का पोर्टल शुल्क—रु.60/-
  • अतिरिक्त रजिस्टर्ड सिटीजन यूजर के माध्यम से लॉगिन कर फार्म भरने पर पोर्टल शुल्क—20/-

उम्मीदवार आवेदन करने के लिए और अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करे ।

esb की रुल बुक व पाठ्यक्रम डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करे

​मध्य प्रदेश प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (MPTET) 2024 के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया निम्नलिखित है:

आवेदन की प्रक्रिया:-

  1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं:
  2. सबसे पहले, एमपी ऑनलाइन या MPESB की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
  3. रजिस्ट्रेशन करें: नए उम्मीदवारों को पहले वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए अपना नाम, ईमेल, मोबाइल नंबर और अन्य जानकारी भरें।
  4. रजिस्ट्रेशन के बाद, "प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2024" के लिए उपलब्ध लिंक पर क्लिक करें।
  5. अब व्यक्तिगत जानकारी, शैक्षिक योग्यता, और अन्य आवश्यक जानकारी सावधानीपूर्वक भरें।
  6. दस्तावेज़ अपलोड करें:--पासपोर्ट साइज फोटो और हस्ताक्षर स्कैन कर अपलोड करें। इसके साथ अन्य प्रमाणपत्र जैसे शैक्षिक योग्यता और जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) अपलोड करें।

आवेदन शुल्क जमा करें:--सामान्य श्रेणी के लिए शुल्क ₹500 और आरक्षित श्रेणी (SC/ST/OBC) के लिए ₹250 है। आप शुल्क क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग या एमपी ऑनलाइन कियोस्क के माध्यम से जमा कर सकते हैं।

फॉर्म की चेक करें:--सबमिट करने से पहले सभी जानकारी की सही ढंग से जाँच करें और सुनिश्चित करें कि कोई गलती न हो।

फाइनल सबमिशन और प्रिंट:--सबमिट करने के बाद फॉर्म का प्रिंट आउट ले लें ताकि भविष्य में इसे संदर्भ के रूप में इस्तेमाल किया जा सके।

विशेष निर्देश :-.

1.अभ्यर्थी का आधार पंजीयन अनिवार्य है।

2.मण्डल द्वारा आयोजित परीक्षाओं में मूल फोटोयुक्त पहचान पत्र लाना अनिवार्य होगा। मूल फोटोयुक्त पहचान पत्र के

रूप में अभ्यर्थी मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, पासपोर्ट, में से कोई एक को चयनित कर सकता है। यू.आई.डी.ए.आई. (UIDAI) के द्वारा सत्यपित (Verify) होने पर ही ई-आधार मान्य होगा। मूल फोटोयुक्त पहचान पत्र के अभाव में परीक्षार्थी को परीक्षा में सम्मिलित होने से वंचित किया जाएगा।

3. अभ्यर्थी को नियम पुस्तिका में विनिश्चित मूल परिचय पत्र के अतिरिक्त अपना आधार कार्ड / ई-आधार कार्ड की

छायाप्रति / आधार नंबर / आधार VID की जानकारी लाना अनिवार्य है।

4.परीक्षा में प्रवेश के समय एवं परीक्षा के दौरान बहुस्तरीय बायोमेट्रिक सत्यापन अनिवार्य है। अतः जिन अभ्यर्थियों का

आधार नंबर लॉक हैं वह परीक्षा दिनांक को परीक्षा केंद्र पर उपस्थिति के पूर्व आधार अनलॉक करवाना सुनिश्चित करें।

5.परीक्षार्थियों को परीक्षा में रिपोर्टिंग समय तक परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति होगी। इसके पश्चात विलम्ब से आने पर अभ्यर्थियों की प्रवेश की पात्रता नहीं होगी।
6.परीक्षा कक्ष में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस यथा मोबाइल फोन, कैलकुलेटर, लॉग टेबल्स, डिजीटल घड़ी, नकल पर्चा एवं

sun glasses (धूप का चश्मा) आदि का उपयोग पूर्णत: वर्जित है

7.ऑनलाइन आवेदन-पत्र क्रमांक के द्वारा ही ऑनलाइन परीक्षा हेतु अभ्यर्थी अपना प्रवेश-पत्र प्राप्त कर सकते हैं। अतः आवेदन-पत्र क्रमांक आवश्यक रूप से संभाल कर रखें, जिसकी समस्त जिम्मेदारी आवेदक की ही होगी।

8.परीक्षा केंद्र पर आवेदक को काला बाल प्वाइंट पेन तथा परीक्षा हाल में प्रवेश हेतु मण्डल वेबसाइट से डाउनलोड किये गये प्रवेश-पत्र साथ लाना अनिवार्य है।

9.किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा प्रारंभ होने के पश्चात् परीक्षा समाप्ति तक परीक्षा कक्ष छोड़ने की अनुमति नहीं होगी।

10. आवेदन-पत्र भरते समय उम्मीदवारों के किसी भी प्रमाण पत्र का परीक्षण मण्डल द्वारा नहीं किया जाकर नियुक्ति प्रकिया के दौरान सम्बंधित विभाग द्वारा किया जाता है। अतः कम्प्यूटर आधारित (Online) परीक्षा में उम्मीदवारों की पात्रता (Eligibility) पूर्णत: प्रावधिक (Provisional) होगी।

विशेष नोट : मण्डल अपनी सुविधानुसार परीक्षा तिथि/परीक्षा पाली/शहरों / केन्द्रो एवं अन्य बिन्दुओं में परिवर्तन कर सकता है.

note:-

1.प्राथमिक शिक्षक के लिए संयुक्त पात्रता परीक्षा की वैधता आजीवन रहेगी। प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा

वर्ष 2020 में पात्र अभ्यर्थियों को पुनः पात्रता परीक्षा में सम्मिलित होने की आवश्यकता नहीं है।

2.शिक्षक के रिक्त पदों पर नियुक्ति हेतु विभाग द्वारा विज्ञापन जारी कर चयन परीक्षा आयोजित की जायेगी। पात्रता

परीक्षा में अर्ह अभ्यर्थियों को शिक्षक चयन परीक्षा में सम्मिलित होना होगा। नियुक्ति के लिये विज्ञापन एवं

प्रक्रिया राज्य शासन के आदेश द्वारा विनिर्दिष्ट की जायेगी।

Note:- 1.आरक्षित वर्गों जैसे अनुसूचित जाति/ जनजाति /अन्य पिछड़ा वर्ग तथा दिव्यांग अभ्यर्थियों को शैक्षणिक योग्यता के

अर्हताकारी अंको में पांच प्रतिशत तक की छूट दी जाएगी

2. संस्कृत पाठशाला के प्राथमिक शिक्षक (संस्कृत) के संबंध में संस्कृत साहित्य /व्याकरण आदि विषय के साथ मान्यता प्राप्त

संस्था या बोर्ड से उत्तर मध्यमा न्यूनतम शिक्षण योग्यता होगी । इसके अतिरिक्त व्यावसायिक योग्यता में डीएलएड उत्तरीण

होना आवश्यक होगा 

माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के अनुक्रम में B. Ed. योग्यता धारी अभ्यर्थी पात्र नहीं होंगे

FAQs

एमपी टेट 2024 कब आएगा?

एमपी टेट की परीक्षा कब होगी?

एमपी टेट में पास होने के लिए कितने नंबर चाहिए?

एमपी टेट परीक्षा के लिए कौन पात्र है?

मध्य प्रदेश टीचर भर्ती कब निकलेगी?

एमपी टेट वर्ग 2 चयन परीक्षा का नोटिफिकेशन कब आएगा?

टेट परीक्षा पास करने के लिए कितने अंक चाहिए?

टेट पास करने के बाद क्या करें?

एमपीटीईटी परीक्षा 2024 का सिलेबस क्या है?

पाठ्यक्रम

पर्यावरण अध्ययन (Environmental Study)(30 प्रश्न)

(अ) विषयवस्तु (Content)(20 प्रश्न)

1. हमारा परिवार, हमारे मित्र-

  • परिवार और समाज से सहसंबंध परिवार के बड़े-बुजे, बीमार, किशोर, विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों की देखभाल
  • और उनके प्रति हमारी संवेदनशीलता ।
  • हमारे पशु, पक्षी हमारे पालतू पशु-पक्षी, माल वाहक पशु, हमारे आस-पास के परिवेश में जीव-जन्तु, जानवरों पर
  • प्रदूषण का प्रभाव ।
  • हमारे पेड़-पौधे स्थानीय पेड़-पौधे, पेड़-पौधों एवं मनुष्यों की अन्तः निर्भरता, वनों की सुरक्षा और उनकी
  • आवश्यकता और महत्व, पेड़-पौधों पर प्रदूषण का प्रभाव ।
  •  हमारे प्राकृतिक संसाधन प्रमुख प्राकृतिक संसाधन, उनका संरक्षण, ऊर्जा के पारंपरिक और नवीनीकृत एवं
  • अनवीनीकृत खोत।

2. खेल एवं कार्य

  • खेल, व्यायाम और योगासन।
  • पारिवारिक उत्सव, विभिन्न मनोरंजन के साधन-किताबें, कहानियाँ, कठपुतली प्ले, मेला सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं दिवसों को विद्यालय में मनाया जाना ।
  • विभिन्न काम धंधे, उद्योग और व्यवसाय।

3. आवास

  • पशु, पक्षी और मनुष्य के विभिन्न आवास, आवास की आवश्यकता और स्वस्थ जीवन के लिए आवास की विशेषताएँ। स्थानीय इमारतों की सुरक्षा, सार्वजनिक संपत्ति, राष्ट्रीय धरोहर और उनकी देखभाल।
  • उत्तम आवास और उसके निर्माण में प्रयुक्त सामग्री, निर्माण सामग्री की गणना करना।
  • शौचालय की स्वच्छता, परिवेश की साफ-सफाई और अच्छी आदते।

4. हमारा भोजन और आदतें

  • भोजन की आवश्यकता, भोजन के घटक
  • फल एवं सब्जियों का महत्व, पौधों के अंगो के अनुसार फल, सब्जियाँ।
  • भोज्य पदार्थों का स्वास्थ्य वर्धक संयोजन।
  • विभिन्न प्रकार की आयु का भोजन और उनको ग्रहण करने का सही समय ।
  • उत्तम स्वास्थ्य हेतु भोजन की स्वच्छता और सुरक्षा के उपाय।
  • खाद्य संसाधनों की सुरक्षा

 5. पानी और हवा प्रदूषण एवं संक्रमण

  • जीवन के लिए स्वच्छ पानी और स्वच्छ हवा की आवश्यकता।
  • स्थानीय मौसम, जल चक्क और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव और जलवायु परिवर्तन में हमारी भूमिका।
  • पानी के स्रोत, उसके सुरक्षित रखरखाव और संरक्षण एवं पोषण के तरीके।
  • संक्रमित वायु एवं पानी से होने वाले रोग, उनका उपचार और बचाव, अन्य संक्रामक रोग।
  • हवा, पानी, भूमि का प्रदूषण और उससे सुरक्षा, विभिन्न अपशिष्ट पदार्थों और उनका प्रबंधन, उचित निस्तारण।
  • भूकंप, बाह्र, सूखा आदि आपदाओं से सुरक्षा और बचाव के उपाय, आपदा प्रबंधन
  • प्राकृतिक संसाधनों का संपोषित प्रबंधन संसाधनों का उचित दोहन, डीजल, पेट्रोलियम खपत एवं संपोषण आदि |

6. प्राकृतिक वस्तुएं और उपज

  • मिट्टी, पानी, बीज और फसल का संबंध, जैविक-रासायनिक खाद।
  • विभिन्न फसलें, उनके उत्पादक क्षेत्र।
  • फसल उत्पादन के लिए आवश्यक कृषि कार्य और उपकरण।

7. मानव निर्मित साधन एवं उसके क्रियाकलापों का प्रभाव

  • वनों की कटाई और शहरीकरण, पारिस्थितिक संतुलन पर प्रभाव
  • ओजोन क्षय, अम्तीय वर्षा, ग्लोबल वार्मिंग, ग्रीन हाउस प्रभाव आदि के वैज्ञानिक कारण एवं निदान।
  • पालिविन, प्लास्टिक का उपयोग और उनका अपघटक अपमार्जक
  • जीवाश्म ईंधन के प्रयोग के प्रभाव।
  • आपदा प्रबंधन

8.अंतरिक्ष विज्ञान

  • अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का परिचय, उनके अंतरिक्ष में जीवन बिताने के अनुभवः
  • अंतरिक्ष जीवन के वैज्ञानिक तथ्य, जीवन की संभावनायें।
  • अंतरिक्ष यान, अंतरिक्ष खोजें एवं भविष्यवाणियां ।

(ब) पेडागॉजिकल मुद्दे(10 प्रश्न)

  • पर्यावरण अध्ययन की अवधारणा और उसकी आवश्यकता।
  • पर्यावरण अध्ययन का महत्व , समेकित पर्यावरणीय शिक्षा।
  • पर्यावरणीय शिक्षा के सूत्र एवं दायित्व।
  • पर्यावरणीय शिक्षा का विज्ञान और सामाजिक विज्ञान से सहसंबंध।
  • अवधारणाओं के स्पष्टीकरण हेतु प्रविधियों और गतिविधियों। परिवेशीय भ्रमण, प्रयोगात्मक कार्य, प्रोजेक्ट कार्य और उनका महत्व।
  • चर्चा, परिचर्चा, प्रस्तुतीकरण और ममूह शिक्षण व्यवस्था से सीखना।
  • सतत-व्यापक मूल्यांकन शिक्षण के दौरान प्रश्न पूछना, मुखर और लिखित अभिव्यक्ति के अवसर देना, वर्कशीट्स एवं एनेक्डॉटल रिकार्ड का प्रयोग, बच्चे की पोर्टफोलियो का विकास करना, केस स्टडी और व्यक्तिगत प्रोफाईल से शिक्षण व्यवस्थाएँ।
  • पर्यावरणीय शिक्षा में शिक्षण सामग्री/सहायक सामग्री और उसका अनुप्रयोग।
  • स्थानीय परिवेश की पर्यावरणीय समस्याएँ और उनके समाधान खोजने की क्षमता का विकास।

गणित (Mathematics) 30 प्रश्न

(अ) विषयवस्तु (Content)-15 प्रश्न

  • संख्या पद्धति 1000 से बडी संख्याओं को पढ़ना व लिखना, 1000 से बडी संख्याओं पर स्थानीय मान की समझ व चार मूलभूत संक्रियाएँ ।
  • जोडना व घटाना-पाँच अंको तक की संख्याओं का जोड़ना व घटाना
  • गुणा- 2 या 3 अंको की सख्याओं का गुणा करना ।
  • भाग- दो अंको वाली संख्या से चार अंको वाली संख्या में भाग देना
  • भिन्न भिन्न की अवधारणा, सरलतम रूप, समभिन्न, विषम भिन्न आदि भित्रों का जोड़ना घटाना गुणा व भाग, समतुल्य भित्र,भिन्न को दशमलव में तथा दशमलव संख्या को भिन्न में लिखना |
  • सामान्यतः प्रयोग होने वाली लंबाई, भार, आयतन की बड़ी व छोटी इकाई में संबंध | बड़ी इकाइयों में तथा छोटी इकाइयों में तथा छोटी इकाइयों को बड़ी इकाइयों में बदलना |
  • ज्ञात इकाइयों में किसी ठोस वस्तु का आयतन ज्ञात करना ।
  • पैसा, लंबाई, भार, आयतन तथा समय अंतराल से संबंधित प्रश्नी मे चार मूल गणितीय संक्रियाओं का उपयोग करना ।
  • मीटर को सेंटीमीटर एवं सेंटीमीटर को मीटर में बदलना |
  • पैटर्न संख्याओं से संबंधित पैटर्न को समझ आगे बढ़ाना, पैटर्न तैयार कर उसका संक्रियाओं के आधार पर सामान्यीकरण,त्रिभुजीय संख्याओं तथा वर्ग संख्याओं के पैटर्न पहचानना ।
  • ज्यामिति मूल ज्यामितीय अवधारणायें, किरण, रेखाखण्ड, कोण (कोणों का वर्गीकरण), त्रिभुज, (त्रिभुजों का वर्गीकरण - (1) भुजाओं के आधार पर (2) कोणों के आधार पर त्रिभुज के तीनों कोणों का योग 180° होता हैं।
  • वृत्त के केंद्र, त्रिज्या तथा व्यास की पहचान व समझ |
  • वृत्त, त्रिज्या व व्यास में परस्पर संबंध, सममित आकृति, परिवेश आधार पर समानान्तर रेखा व लम्बवत रेखा की समझ |
  • सरल ज्यामितीय आकृतियों (त्रिभुज, आयत, वर्ग) का क्षेत्रफल तथा परिमाप दी गई आकृति को इकाई मानकर ज्ञात करना ।
  • परिवेश की 2D आकृतियों की पहचान |
  • दैनिक जीवन से संबंधित विभिन्न आकड़ों को एकत्र करना ।
  • घड़ी के समय को घंटे तथा मिनिट में पड़ना तथा AM और PM के रूप में व्यक्त करना।
  • 24 घंटे की घड़ी का 12 घंटे की घड़ी से संबंध |
  • दैनिक जीवन की घटनाओं में लगने वाले समय अंतराल की गणना ।
  • गुणा तथा भाग में पैटर्न की पहचान |
  • सममिति पर आधारित ज्यामिति पैटर्न ।
  • दण्ड आलेख के माध्यम से प्रदर्शित कर उससे निष्कर्ष निकालना ।

(ब) Pedagogical issues 15 प्रश्न

  • गणित शिक्षण द्वारा चिन्तन एवं तर्कशक्ति का विकास करना।
  • पाठ्यक्रम में गणित का स्थान
  • गणित की भाषा
  • प्रभावी शिक्षण हेतु परिवेश आधारित उपयुक्त शैक्षणिक सहायक सामग्री का निर्माण एवं उसका उपयोग करने की क्षमता का विकास करना
  • मूल्यांकन की नवीन विधियों, निदानात्मक परीक्षण व पुनः शिक्षण की क्षमता का विकास करना। गणित शिक्षण की नवीन विधियों का कक्षा शिक्षण में उपयोग करने की क्षमता

बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र (child Development & Pedagogy)30 प्रश्न

(अ) बाल विकास–15 प्रश्न

  • बाल विकास की अवधारणा एवं इसका अधिगम से संबंध ।
  • विकास और विकास को प्रभावित करने वाले कारक।
  • बाल विकास के सिद्धांत।
  • बालकों का मानसिक स्वास्थ्य एवं व्यवहार संबंधी समस्याएं।
  • वंशानुक्रम एवं वातावरण का प्रभाव।
  • समाजीकरण प्रक्रियाएं सामाजिक जगत एवं बच्चे (शिक्षक, अभिभावक, साथी)
  • पियाजे, पावलव, कोहलर और थार्नडाइकः रचना एवं आलोचनात्मक स्वरूप।
  • बाल केन्द्रित एवं प्रगतिशील शिक्षा की अवधारणा ।
  • बुद्धि की रचना का आलोचनात्मक स्वरूप और उसका मापन, बहुआयामी बुद्धि।
  • व्यक्तित्व और उसका मापन।
  • भाषा और विचार।
  • सामाजिक निर्माण के रूप में जेंडर, जेंडर की भूमिका, लिंगभेद और शैक्षिक प्रथाएं।
  • अधिगम कत्र्ताओं में व्यक्तिगत भिन्नताएं, भाषा, जाति, लिंग, संप्रदाय, धर्म आदि की विषमताओं पर आधारित भिन्नताओं की ममझा अधिगम के लिए आंकलन और अधिगम का आंकलन में अंतर, शाला आधारित आंकलन, सतत एवं समग्र मूल्यांकन: स्वरूपऔर प्रथाएँ (मान्यताएँ)
  • अधिगमकत्र्ताओं की तैयारी के स्तर के आंकलन हेतु उपयुक्त प्रश्नों का निर्माण, कक्षाकक्ष में अधिगम को बढ़ाने आलोचनात्मक चिंतन तथा अधिगमकर्ता की उपलब्धि के आंकलन के लिए।

(ब) समावेशित शिक्षा की अवधारणा एवं विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की समझ (5 प्रश्न)

  • अलाभान्वित, एवं वंचित वर्गों सहित विविध पृष्ठभूमियों के अधिगमकर्ताओं की पहचान ।
  • अधिगम कठिनाइयों, 'अति' आदि से ग्रस्त बच्चों की आवश्यकताओं की पहचान।
  • प्रतिभावान, सृजनात्मक, विशेष क्षमता वाले अधिगमकर्ताओं की पहचान।
  • समस्याग्रस्त बालकः पहचान एवं निदानात्मक पक्ष।
  • बाल अपराधः कारण एवं प्रकार

(स) अधिगम और शिक्षा शाख (पेडागाजी)10 प्रश्न

  • बच्चे कैसे सोचते और सीखते हैं, बच्चे शाला प्रदर्शन में सफलता प्राप्त करने में क्यों और कैसे असफल होते हैं
  • शिक्षण और अधिगम की मूलभूत प्रक्रियाएं, बच्चों के अधिगम की रणनीतियाँ, अधिगम एक सामाजिक प्रक्रिया के रूप में, अधिगम का सामाजिक संदर्भ।
  • समस्या समाधानकर्त्ता और वैज्ञानिक अन्वेषक के रूप में बच्चा।
  • बच्चों में अधिगम की वैकल्पिक धारणाएं, बच्चों की त्रुटियों को अधिगम प्रक्रिया में सार्थक कड़ी के रूप में समझना। अधिगम को प्रभावित करने वाले कारकः अवधान और रुचि ।
  • संज्ञान और संवेग अभिप्रेरणा और अधिगम
  • अधिगम में योगदान देने वाले कारक व्यक्तिगत और पर्यावरणीय
  • निर्देशन एवं परामर्श
  • अभिक्षमता और उसका मापन
  • स्मृति और विस्मृति

हिन्दी भाषा (Hindi Language)30 प्रश्न

(अ) भापायी समझ/अवबोध 15 प्रश्न

  • भापायी समझ/अवबोध  के लिए दो अपठित दिए जाएँ जिसमें एक गद्यांश (नाटक/एकांकी/घटना/निबंध कहानी आदि से) तथा दुसरा अपठित गद्य के रूप में हो | इस अपठित में से समझ /अवबोध/ व्याख्या/ व्याकरण एवं मौखिक योग्यता से संबंधित प्रश्न  किए जाये, गद्यांश  साहित्यिक /वैज्ञानिक/सामाजिक समरसता/ तात्कालिक घटनाओं पर आधारित हो सकते है.

(ब) भाषायी विकास हेतु निर्धारित शिक्षा शाख-15 प्रश्न

  • भाषा सीखना और ग्रहणशीलता भाषा शिक्षण के सिद्धान्त
  • भाषा शिक्षण में सुनने, बोलने की भूमिका, भाषा के कार्य, बच्चे भाषा का प्रयोग कैसे करते हैं
  • मौखिक और लिखित अभिव्यक्ति अन्तर्गत भाषा सीखने में व्याकरण की भूमिका
  • भाषा शिक्षण में विभिन्न स्तरों के बच्चों की चुनौतियाँ, कठिनाइयों, त्रुटियों एवं क्रमबद्धता
  • भाषा के चारों कौशल (सुनना, बोलना, पड़ना, लिखना) का मूल्यांकन
  • कक्षा में शिक्षण अधिगम सामग्री, पाठ्यपुस्तक, दूरसंचार (दृश्य एवं धव्य) सामग्री, बहुकक्षा स्रोत पुनः शिक्षण

अंग्रेजी भाषा (English Language) 30 प्रश्न

a. Compréhension :--15 Questions

  • Two unseen prose passages (discursive or literary or narrative or scientific) with questions on comprehension,grammar and verbal ability.

b. Pedagogy of language development :--15 questions

  • Learning and acquisition of language
  • Principles of second language teaching
  • Language skills-listening, speaking, reading, writing
  • Role of listening and speaking, function of language and how children use it as a tool
  • The role of grammar in learning a language for communicating ideas verbally and in written form
  • Challenges of teaching language in a diverse classroom, language difficulties
  • Teaching learning materials, text book, multi-media materials multi-lingual resource of the classroom. 
  • Evaluating language comprehension and proficiency: listening, speaking, reading and writing
  • Remedial teaching (Re-teaching)

संस्कृत भाषा (Sanskrit Language)30 प्रश्न

(अ) भाषायी समझ /अवबोध:--15 प्रश्न

  • भाषायी समझ /अवबोध के लिए दो अपठित दिए जाएं जिसमें एक गद्यांश (नाट्यां/निबंध/कथा आदि से) तथा दूसरा अपठित पद्म के रूप में हो, इन अपठित में में समझ अवबोध, व्याकरण एवं मौखिक योग्यता  से संबंधित प्रश्न  किए जाएं। गद्यांश  साहित्यिक /सामाजिक/समरसता/तात्कालिक घटनाओं पर आधारित हो सकता हैं।

(च) भाषायी विकास हेतु निर्धारित शिक्षा शास्त्र :-15 प्रश्न

  • भाषा सीखना और ग्रहणशीलता।
  • भाषा शिक्षण के सिद्धान्त |
  • भाषा शिक्षण में सुनने, बोलने की भूमिका, भाषा के कार्य, बच्चे भाषा का प्रयोग कैसे करते हैं।
  • मौखिक और लिखित्त अभिव्यक्ति अन्तर्गत भाषा सीखने में व्याकरण की भूमिका ।
  • भाषा शिक्षण में विभित्र स्तरों के बच्चों की चुनौतियों, कठिनाइयाँ, त्रुटियाँ एवं कमवद्धता ।
  • भाषा के चारों कौशल (सुनना , बोलना, पड़ना, लिखना) का मूल्याकन ।
  • कक्षा में शिक्षण अधिगम सामग्री, पाठ्यपुस्तक, दूरसंचार (द्रश्य एवं श्रव्य ) सामग्री, बहुकक्षा स्रोत |
  • पुनः शिक्षण


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