कक्षा 12 रसायन विज्ञान का अध्याय 1 "विलयन" (Solutions) से संबंधित है, जिसमें विभिन्न प्रकार के विलयनों, उनके गुणों, और उनमें होने वाली घटनाओं का अध्ययन किया जाता है। यह अध्याय रसायन विज्ञान की महत्त्वपूर्ण अवधारणाओं में से एक है और बोर्ड परीक्षाओं के लिए भी महत्वपूर्ण है।
इकाई.1 विलयन
प्रश्न.1 निम्न को समझाइए।
मोललता,मोलरता,PPM, मोल प्रभाज,
Q.2 मोल प्रभाज(मोल अंश) किसे कहते हैं?
Q.3 जल की मोलरता ज्ञात कीजिए
Q.4 मोलरता एवं मोललता में अंतर लिखिए।
Q.5 अणुसंख्य गुणधर्म को उदाहरण सहित समझाइए?
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
Q.1 विलयन की परिभाषा लिखिए एवं कितने प्रकार के
विलयन संभव है उदाहरण सहित संक्षिप्त में लिखिए?
Q.2 परासरण दाब को परिभाषित कीजिए एवं इसके
आधार पर विलेय के अणुभार के लिए गणितीय व्यंजन की
व्युत्पत्ति कीजिए।
Q.3 आदर्श एवं अनादर्श विलयन से आप क्या समझते हैं ?
उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए व इनमे अंतर लिखिए।
Q.4 शुद्ध जल की मोललता ज्ञात कीजिए (H2o=18)
Q.5 हिमांक में अवनमन को परिभाषित कीजिए एवं इसके
आधार पर विलेय के अणुभार निर्धारण के लिए गणितीय
व्यंजक की व्युत्पत्ति कीजिए।
Q.6 हेनरी का नियम क्या है? गैसों की द्रवों में विलेयता को
प्रभावित करने वाले कारकों का वर्णन कीजिए।
Q.7 राउल्ट का नियम क्या है इसका गणितीय व्यंजक लिखिए।
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए |
1 एक लीटर बिलयन में उपस्थित विलेय के मोलो की संख्या क्या कहलाती है?
2.1000 ग्राम विलायक में विद्यमान विलेय के मोलो की संख्या क्या कहलाती है?
3. राउल्ट के नियम के अनुसार बिलयन का ….. वाष्प दाब अबनमन विलेय के मोल…..के बराबर होता है।
4. बिलयन का परासरण दाब ……..गुण है
5. किसी गैस की द्रव्य में विलेयता….. के नियम द्वारा निर्धारित होती है
6.वह बिलियन जिसका परासरण दाब अन्य विलयन के परासरण दाब से अधिक होता है…… बिलियन कहलाता है
7. एक आदर्श बिलियन वह है जो सभी परिस्थितियों में …….नियम का पालन करें
8. अर्धपारगम्य झिल्ली से केवल …….के अणु पार हो सकते हैं।
9. बिलयन जिनके परासरण दाब समान होते हैं ……बिलयन कहलाते हैं
10 …….. बिलियन में निश्चित ताप पर विलेय की और मात्रा नहीं घोली जा सकती है
11. अणुसंख्य गुणधर्म विलयन के निश्चित आयतन में…….. के कणो की संख्या पर निर्भर करता है।
उत्तर:-
1.मोलरता 2.मोललता 3.आपेक्षिक, अंश 4. अणुसंख्य 5. हेनरी 6.अति परासरी 7.राउल्ट 8.विलायक 9.समपरासरी विलियन 10.संतृप्त 11.विलेय
वन लाइनर (One-Liners)
1.विलयन – दो या दो से अधिक पदार्थों का समांगी मिश्रण। 2.विलायक (Solvent) – वह पदार्थ जो अधिक मात्रा में होता है। 3.विलेय (Solute) – वह पदार्थ जो कम मात्रा में घुलता है। 4.हेनरी का नियम – गैस की विलेयता उसके आंशिक दाब के अनुपाती होती है। 5.राउल्ट का नियम – विलयन का वाष्प दाब, विलायक के मोल अनुपात के समानुपाती होता है। 6.वाष्प दाब में आपेक्षिक अवनमन – विलेय के कारण विलयन का वाष्प दाब कम हो जाता है। 7.क्वथनांक का उन्नयन – विलयन का क्वथनांक, शुद्ध विलायक से अधिक होता है। 8.हिमांक का अवनमन – विलयन का हिमांक, शुद्ध विलायक से कम होता है। 9.परासरण (Osmosis) – विलायक का अर्धपारगम्य झिल्ली से अधिक सांद्र विलयन की ओर जाना। 10.वाण्ट हॉफ कारक (i) – आयनीकरण या संघटन के कारण अणुसंख्यक गुणों में परिवर्तन को दर्शाता है। 11.आदर्श विलयन (Ideal Solution) – जो पूरी तरह से राउल्ट के नियम का पालन करता है। 12.गैर-आदर्श विलयन (Non-Ideal Solution) – जो राउल्ट के नियम का पालन नहीं करता है। 13.धनात्मक विचलन (Positive Deviation) – जब वाष्प दाब अपेक्षित से अधिक होता है। 14.ऋणात्मक विचलन (Negative Deviation) – जब वाष्प दाब अपेक्षित से कम होता है। 15.अर्धपारगम्य झिल्ली (Semi-Permeable Membrane) – वह झिल्ली जो केवल विलायक को गुजरने देती है। 16.उबालने की दशा (Boiling Condition) – जब द्रव का वाष्प दाब वायुमंडलीय दाब के बराबर हो जाए। 17.अणुसंख्यक गुण (Colligative Properties) – वे गुण जो विलयन में कणों की संख्या पर निर्भर करते हैं, न कि उनके प्रकार पर। 18.परासरण (Osmosis) की दिशा – विलायक हमेशा कम सांद्र विलयन से अधिक सांद्र विलयन की ओर जाता है। 19.अंतराल विधि (Intermittent Method) – हिमांक अवनमन और क्वथनांक उन्नयन द्वारा अणु द्रव्यमान ज्ञात करने की विधि। 20.गैसों की विलेयता तापमान के साथ – घटती है। 21.कोलिगेटिव गुणों की संख्या – चार (वाष्प दाब में अवनमन,क्वथनांक उन्नयन, हिमांक अवनमन, परासरण दाब)। 22.हेनरी का नियम किसे नियंत्रित करता है? – गैसों की विलेयता। 23.आदर्श विलयन का उदाहरण – बेंजीन और टोल्यून। 24.गैर-आदर्श विलयन का उदाहरण – एथेनॉल और पानी। 25.विलेयता का SI मात्रक – मोल प्रति लीटर (mol/L)। 26.परासरण दाब का मात्रक – ऐटमॉस्फियर (atm) या पास्कल (Pa)। 27.विलेयता किस पर निर्भर करती है? – दाब, तापमान और विलायक-विलेय के प्रकार पर। 28.सुपरसैचुरेटेड विलयन (Supersaturated Solution) –वह विलयन जो सामान्य से अधिक विलेय घोल सकता है। 29.विलेयता बढ़ाने के लिए – दाब बढ़ाएं और तापमान घटाएं (गैसों के लिए)। 30.असामान्य अणु द्रव्यमान क्यों होता है? – आयनीकरण या संघटन के कारण। 31.राउल्ट का नियम आदर्श विलयनों पर क्यों लागू होता है? – क्योंकि उनमें आपसी आकर्षण बल अपरिवर्तित रहता है। 32.धनात्मक अपवहन का उदाहरण – एथेनॉल और पानी। 33.ऋणात्मक अपवहन का उदाहरण – एसीटोन और क्लोरोफॉर्म। 34.गैर-वाष्पशील विलेय (Non-Volatile Solute) – जिसका स्वयं का वाष्प दाब नहीं होता। 35.राउल्ट का नियम – आदर्श विलयनों के लिए लागू होता है। 36.कोलिगेटिव गुणों के प्रकार – वाष्प दाब में अवनमन, क्वथनांक उन्नयन, हिमांक अवनमन, परासरण दाब। 37.अणुसंख्यक गुणों का कारण – विलयन में कणों की संख्या, न कि उनके प्रकार। 38. परासरण दाब का सूत्र – \(\pi = C R T\)। 45. गैर-आदर्श विलयन के गुण – धनात्मक या ऋणात्मक अपवहन दिखाते हैं। 39. हेनरी के नियम का प्रयोग – कार्बोनेटेड ड्रिंक्स (कोल्ड ड्रिंक) में किया जाता है। 40.सोडा वाटर में CO₂ की विलेयता किस नियम से समझी जाती है? – हेनरी का नियम। 41.धनात्मक विचलन में वाष्प दाब – अपेक्षित से अधिक होता है। 42.ऋणात्मक विचलन में वाष्प दाब – अपेक्षित से कम होता है। 43. विलेयता तापमान बढ़ाने पर – ठोस की विलेयता बढ़ सकती है, लेकिन गैसों की विलेयता घटती है। 44.विलेयता दाब बढ़ाने पर – गैसों की विलेयता बढ़ती है। 44.परासरण दाब का अनुप्रयोग – औषधीय इंजेक्शन में सही सांद्रता बनाने के लिए किया जाता है। 46.हाइपरटोनिक विलयन – अधिक सांद्र विलयन जो कोशिका से जल खींच लेता है। 47.हाइपोटोनिक विलयन – कम सांद्र विलयन जिसमें कोशिका में जल प्रवेश करता है। 48. आइसोटोनिक विलयन – दो विलयनों का समान परासरण दाब होता है। 49. ग्लूकोज का अणु द्रव्यमान – 180 g/mol। 50.NaCl के जल में घुलने पर आयन – Na⁺ और Cl⁻ में टूट जाता है। 51. NaCl का वाण्ट हॉफ कारक (i) – 2 (क्योंकि यह पूर्णतः आयनित होता है)। 52. किस प्रकार के विलयन में हिमांक अवनमन अधिक होता है? – उच्च सांद्रता वाले विलयन में। 53. अंतराल विधि (Intermittent Method) – हिमांक अवनमन और क्वथनांक उन्नयन द्वारा अणु द्रव्यमान ज्ञात करने की विधि।