💱 डिजिटल करेंसी (Digital Currency) क्या है?
डिजिटल करेंसी एक इलेक्ट्रॉनिक रूप में मौजूद मुद्रा है, जो केवल डिजिटल रूप में होती है और इसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं होता। इसे ऑनलाइन लेन-देन में उपयोग किया जाता है।
🔍 प्रमुख विशेषताएं:
- फिजिकल नोट या सिक्कों के बजाय डिजिटल रूप में उपयोग।
- तेज, पारदर्शी और कैशलेस लेन-देन की सुविधा।
- सेंट्रल बैंक या किसी संस्था द्वारा नियंत्रित (जैसे RBI)।
- ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग (कुछ मामलों में)।
📂 डिजिटल करेंसी के प्रकार:
- 1. क्रिप्टोकरेंसी: जैसे Bitcoin, Ethereum (निजी और विकेंद्रीकृत)।
- 2. सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC): जैसे भारत का डिजिटल रुपया (RBI द्वारा)।
- 3. वर्चुअल करेंसी: जो गेम्स या ऐप्स में उपयोग होती हैं।
🎯 भारत में डिजिटल करेंसी:
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने दिसंबर 2022 में डिजिटल रुपया (e₹) लॉन्च किया, जो एक वैध मुद्रा है और भारत की अपनी डिजिटल करेंसी है।
इसे दो रूपों में लॉन्च किया गया:
- 1. रीटेल डिजिटल रुपया (CBDC-R): आम जनता के लिए।
- 2. होलसेल डिजिटल रुपया (CBDC-W): बैंकों और संस्थानों के लिए।
✅ लाभ:
- कैशलेस लेन-देन को बढ़ावा।
- भ्रष्टाचार और नकली मुद्रा में कमी।
- सरल और तेज़ भुगतान प्रणाली।
- लेन-देन का रिकॉर्ड सुरक्षित और पारदर्शी।
⚠️ चुनौतियाँ:
- साइबर सुरक्षा का खतरा।
- तकनीकी साक्षरता की कमी।
- निजता और डेटा सुरक्षा का मुद्दा।
- स्थिरता और विश्वास का निर्माण करना।
📘 निष्कर्ष:
डिजिटल करेंसी आधुनिक वित्तीय प्रणाली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत में डिजिटल रुपया जैसी पहलें इसे और आगे ले जा रही हैं।
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