रासायनिक साम्यावस्था (Chemical Equilibrium) रसायन विज्ञान का वह महत्वपूर्ण अध्याय है जो रासायनिक अभिक्रियाओं की दिशा, गति और संतुलन की स्थिति को समझने में मदद करता है। इस अध्याय में ले शातेलियर का सिद्धांत, साम्यांक (Kc, Kp) तथा अभिक्रिया के उलटने की दशाएँ जैसे महत्वपूर्ण सिद्धांत शामिल हैं। यह विषय आगे के रासायनिक ऊष्मागतिकी और अभिक्रियात्मक यांत्रिकी के लिए आधार प्रदान करता है।
कक्षा 11 – रासायनिक साम्यावस्था (Fill in the Blanks)
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- वह अवस्था जिसमें अग्रगामी एवं प्रतिगामी अभिक्रियाओं की दर समान हो जाती है, उसे ______ कहते हैं।
- साम्यावस्था की स्थिति का अध्ययन करने वाला नियम ______ कहलाता है।
- साम्यावस्था स्थिरांक को प्रायः ______ अक्षर से दर्शाते हैं।
- Le-Chatelier का सिद्धांत साम्यावस्था पर ______ के प्रभाव का वर्णन करता है।
- जल में H2O ⇌ H+ + OH- की साम्यावस्था को ______ साम्यावस्था कहते हैं।
- Kp और Kc का संबंध सूत्र ______ से व्यक्त किया जाता है।
- यदि Δn = 0 हो तो Kp = ______ होगा।
- pH का मान 7 से कम होने पर विलयन ______ होता है।
- pH का मान 7 से अधिक होने पर विलयन ______ होता है।
- pH का मान 7 होने पर विलयन ______ कहलाता है।
- Brønsted-Lowry के अनुसार अम्ल वह है जो ______ प्रदान करता है।
- Arrhenius के अनुसार क्षार वह है जो जल में घुलकर ______ आयन देता है।
- किसी अभिक्रिया के लिए Q = K होने पर प्रणाली ______ अवस्था में होती है।
- जल का आयनिक गुणनफल (Kw) का मान 25°C पर ______ होता है।
- H2 ⇌ 2H+ का उदाहरण ______ साम्यावस्था है।
- CaCO3(s) ⇌ CaO(s) + CO2(g) का उदाहरण ______ साम्यावस्था है।
- यदि अभिक्रिया में दाब बढ़ाने से गैस के कम अणु बनने की दिशा में साम्य खिसकता है, तो यह ______ के अनुसार है।
- बफर विलयन का pH लगभग ______ रहता है।
- pOH = –log [______]।
- pH + pOH = ______ (25°C पर)।
- Kc का मान केवल ______ पर निर्भर करता है।
- आयनिक गुणनफल का मान यदि Kw से बड़ा हो तो विलयन ______ होगा।
- साम्यावस्था स्थिरांक का मान बड़ा होने पर अभिक्रिया ______ दिशा में अधिक होगी।
- साम्यावस्था स्थिरांक का मान छोटा होने पर अभिक्रिया ______ दिशा में अधिक होगी।
- साम्यावस्था में अग्रगामी एवं प्रतिगामी अभिक्रियाओं की दर ______ होती है।
- साम्यावस्था नियतांक (K) केवल ______ पर निर्भर करता है।
- साम्यावस्था की अवस्था में अभिकारक एवं उत्पादों की सांद्रता ______ नहीं रहती।
- जब Kc का मान बहुत बड़ा हो तो साम्यावस्था ______ की ओर होती है।
- Kc का मान बहुत छोटा होने पर साम्यावस्था ______ की ओर होगी।
- दाब बढ़ाने पर साम्यावस्था उस ओर स्थानांतरित होती है जहाँ गैस के अणुओं की संख्या ______ होती है।
- ले-शातेलियर का सिद्धांत ______ में परिवर्तन पर साम्यावस्था की दिशा बताता है।
- उत्प्रेरक (Catalyst) केवल साम्यावस्था प्राप्त करने की ______ को प्रभावित करता है।
- आयनिक साम्यावस्था में विलयन की विद्युत चालकता ______ पर निर्भर करती है।
- विलयन की pH = – log ______ ।
- जल का आयनिक गुणनफल (Kw) का मान 25°C पर ______ होता है।
- pH + pOH = ______ (25°C पर)।
- जब pH = 7 होता है तो विलयन ______ कहलाता है।
- कमजोर अम्ल एवं कमजोर क्षार का साम्यावस्था नियतांक ______ से निर्धारित होता है।
- बफर विलयन pH में ______ परिवर्तन करता है।
- अम्लीय बफर सामान्यतः ______ एवं उसके लवण से बनता है।
- क्षारीय बफर ______ एवं उसके लवण से बनता है।
- विलयन में सामान्य आयन प्रभाव (Common Ion Effect) ______ को दबा देता है।
- नमक का जल अपघटन (Hydrolysis) ______ के कारण होता है।
- Ksp का मान जितना कम होगा, विलेयता उतनी ही ______ होगी।
- घुलनशीलता गुणनफल (Ksp) केवल ______ पर निर्भर करता है।
- विलयन का pH बढ़ने पर H+ आयन की सांद्रता ______ जाती है।
- विलयन का pH घटने पर H+ आयन की सांद्रता ______ जाती है।
- उदासीन विलयन का pOH ______ के बराबर होता है।
- यदि Q > K हो तो अभिक्रिया की दिशा ______ होगी।
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